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Contents
- 1 Metaverse :मेटावर्स एक परिचय
- 2 मेटावर्स क्या है (Metaverse Kya Hai)
- 3 क्या फेसबुक का नाम बदल गया है (Has the Name of Facebook Changed)
- 4 पहली बार ‘मेटावर्स’ नाम का जिक्र कब हुआ मेटावर्स शब्द कहां से आया (Metaverse Word)
- 5 मेटावर्स कब तक संभव होगा (When will the Metaverse Come Out)
- 6 मेटावर्स कैसा दिखेगा (Metaverse Look)
- 7 मेटावर्स कैसे काम करेगा (How it will Work)
- 8 मेटावर्स लाभ/विशेषताएं (Metaverse Features / Benefit)
- 9 मेटावर्स के कुछ उदाहरण (Metaverse Example)
- 10 10 हजार लोगों की होगी भर्ती
- 11 कैसी होगी मेटावर्स की दुनिया?
- 12 मेटावर्स से लाइफ में क्या बदलाव आएंगे (Changes in Life)
- 13 मेटावर्स नुकसान (Metaverse Side Effects)
Metaverse :मेटावर्स एक परिचय
Metaverse :दरअसल सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी Facebook ने अपना नाम बदलकर Meta कर दिया है. यह नाम मेटावर्स से लिया गया है, जिसका मतलब है ‘हकीकत से आगे की दुनिया’. फेसबुक ने ना सिर्फ अपना नाम बदला है बल्कि पूरी इंटरनेट की दुनिया को ही बदलने की दिशा में कदम उठा दिया है. दरअसल मेटावर्स (Metaverse) को इंटरनेट की दुनिया का भविष्य बताया जा रहा है. कुछ हॉलीवुड की फिल्मों में जिस तरह की दुनिया हमने देखी है, वैसी दुनिया को हकीकत बनाने का ही नाम मेटावर्स है.

सोशल मीडिया की दुनिया में फेसबुक एक प्रसिद्ध द सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। यह सोशल मीडिया यूज करने वाले लगभग सभी लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। यूजर्स घर बैठे किसी भी कोने से अपने मित्रों, रिश्तेदारों और परिवार से इस प्लेटफार्म के माध्यम से जुड़ गए हैं मानो कि वे दूर ही ना हो। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लोग पैसा कमाने के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
तो हम इससे यह अनुमान लगा ही सकते हैं कि फेसबुक ने हमारे जीवन में एक अलग ही जगह बना ली है। मगर फेसबुक को बनाने वाले मार्क जुकरबर्ग ने इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के नाम को बदलने का फैसला लिया है। फेसबुक का नया नाम मेटा रखा जा रहा है। जोकि मेटावर्स (Metaverse) शब्द से लिया गया है. ये मेटावर्स क्या है और फेसबुक के अपना नाम क्यों बदला और क्या होंगी इसकी विशेषताएं, इस विषय पर हम चर्चा इस आर्टिकल के माध्यम से कर रहे हैं। तो आइये जानते हैं क्या है मेटावर्स
मेटावर्स क्या है (Metaverse Kya Hai)
मेटावर्स (Metaverse) मार्क जुकरबर्ग द्वारा बनाया गया एक ऐसा विकसित प्लेटफॉर्म होगा जो सोशल प्लेटफार्म को एक अलग ही एडवांस्ड लेवल से इस्तेमाल करने का अवसर देगा जिसकी मदद से आप वह सब कुछ कर सकते हैं जैसी आपने कल्पना की हो। इस प्लेटफार्म से आपको असली और वर्चुअल दुनिया में बहुत ही कम फर्क महसूस होगा। मेटावर्स एक एडवांस्ड प्लेटफार्म होगा जिसकी मदद से आप ऐसा वर्चुअल एनवायरनमेंट बना पाएंगे मानो आप अपने लोगों के साथ ही जगह पर बैठे हों। मेटावर्स आपकी कल्पना से जुड़ी सभी चीजों को अंजाम देगा जैसे फ्रेंड्स और फैमिली के साथ गेट टुगेदर, गेम्स खेलना, बिजनेस से जुड़े काम, शॉपिंग करना या कुछ सीखना।
क्या फेसबुक का नाम बदल गया है (Has the Name of Facebook Changed)
अब तक फेसबुक का नाम बदला नहीं गया है लेकिन इस पर मार्क जुकरबर्ग अपनी टीम के साथ जोर शोर से कार्य कर रहे हैं। फेसबुक का नाम मेटा रखा जाना है जोकि मेटावर्स (Metaverse) शब्द से लिया गया है. ऐसा मार्क जुकरबर्ग ने सभी यूजर्स को बताया है। इसे बनने में अभी कुछ साल लग सकते हैं इसलिए फेसबुक का नाम कब बदला जाएगा, इसके बारे में कोई भी जानकारी ऑफिशियल नहीं है।
पहली बार ‘मेटावर्स’ नाम का जिक्र कब हुआ मेटावर्स शब्द कहां से आया (Metaverse Word)
Metaverse :साल 1992 में साइंस फिक्शन लेखक नील स्टीफेन्सन ने एक उपन्यास लिखा था, जिसका नाम था ‘स्नो क्रैश’. इस उपन्यास में पहली बार ‘मेटावर्स’ नाम का जिक्र था. उपन्यास में लेखक ने इंटरनेट की ऐसी दुनिया की कल्पना की थी, जिसमें इंसान घर बैठा रहे लेकिन उसकी थ्री डी इमेज दुनिया में कहीं भी पहुंच जाए. मतलब एक असल दुनिया के साथ ही एक वर्चुअल दुनिया भी होगी जिसमें आप घर बैठे-बैठे दुनिया में कहीं भी पहुंच सकते हैं.
मेटावर्स कब तक संभव होगा (When will the Metaverse Come Out)
मेटावर्स कब तक हकीकत में आएगा, इस बात का अब तक सिर्फ अनुमान लगाया जा रहा है। यानी कि यह कब तक तैयार कर दिया जाएगा इस्पात कि अभी तक कोई भी जानकारी मार्क जुकरबर्ग द्वारा नहीं दी गई है। बस इस बात पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसे बनने में अभी कुछ साल लग सकते हैं और इसका तुरंत बन पाना संभव नहीं है। हमें इस एडवांस्ड प्लेटफार्म के आने का कुछ साल इंतजार करना पड़ेगा।
मेटावर्स कैसा दिखेगा (Metaverse Look)
मेटावर्स एक 3D टेक्नोलॉजी जैसा प्लेटफार्म होगा जिसमें आप अपना एक अवतार बना सकते हैैं जो बिल्कुल आपके जैसा ही प्रतीत होगा और इस अवतार की मदद से आप दूसरे लोगों के अवतार से वर्चुअली कनेक्ट कर पाएंगे।
मेटावर्स ऐसा दिखेगा मानो यह सोशल प्लेटफॉर्म नहीं बल्कि एक असली दुनिया है जिसमें हम लोगों से एक दूसरे से मिलते जुलते हैं और विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देते हैं। इसका रूप वर्चुअल होगा लेकिन यह ऐसा प्रतीत होगा मानो असली हो जैसे हम अपने लोगों के साथ उस जगह पर साथ बैठे हों।
मेटावर्स कैसे काम करेगा (How it will Work)
मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि मेटावर्स मैं भी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन होगी लेकिन वह हमारे नॉर्मल एप्स से काफी अलग होगी। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें अवतार को क्रिएट करने की सुविधा होगी जो कि एक 3D टेक्नोलॉजी के रूप में काम करेगा और इसकी मदद से आप एक दूसरे से वर्चुअली जुड़ पाएंगे।
मेटावर्स लाभ/विशेषताएं (Metaverse Features / Benefit)
- मेटावर्स (Metaverse) की मदद से आप अपने लोगों से वर्चुअली जुड़ पाएंगे।
- इसकी मदद से आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ गेट टूगेदर करने की कल्पना भी कर सकते हैं।
- मेटावर्स आपको शॉपिंग और बिजनेस करने की सुविधा और प्लेटफार्म भी प्रदान करेगी।
- इस प्लेटफार्म से आप अपना खुद का एक वर्चुअल अवतार बना पाएंगे जो कि एक 3D टेक्नोलॉजी की तरह काम करेगा।
- मेटावर्स की मदद से आप घर बैठे मीटिंग्स, गेम खेलना, चीजें सीखना इत्यादि सभी चीजों को संभव होता देख सकते हैं।
- इसकी मदद से आपको रियल और वर्चुअल वर्ल्ड में बहुत ही कम फर्क नजर आता दिखेगा।
- यह अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और आपसे कई पर होगा जो कि एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की ओर हमारे जीवन को ले जाएगा।
मेटावर्स के कुछ उदाहरण (Metaverse Example)
मेटावर्स (Metaverse) को आप इस तरह समझ सकते हैं जैसे कि आपने एक हेड फोन लगाया या फिर किसी मशीन पर बैठे और एक ऐसी दुनिया में चले गए जहां आपको सब कुछ असल जिंदगी की तरह प्रतीत होता दिखेगा। इससे आपको ऐसा महसूस होगा जैसे कि आप सब कुछ असली में महसूस कर रहे हैं जैसा आप अपनी जैसा आप चीजों को लेकर असल जिंदगी में करते हैं। फिर चाहे वह दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ गेट टुगेदर हो, गेम्स खेलना हो, कुछ सीखना हो या अन्य कोई भी कार्य।
10 हजार लोगों की होगी भर्ती
फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग मेटावर्स को हकीकत बनाने के लिए बड़ा निवेश कर रहे हैं. इसके तहत जुकेरबर्ग यूरोपीय यूनियन से 10 हजार तकनीकी एक्सपर्ट को नौकरी देंगे और 50 मिलियन डॉलर की रकम भी खर्च करेंगे.
कैसी होगी मेटावर्स की दुनिया?
मेटावर्स की दुनिया को एक आसान से उदाहरण से ऐसे समझा जा सकता है कि अगर किसी व्यक्ति की शादी होती है तो आज के समय में लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं लेकिन मेटावर्स के आ जाने से ये होगा कि दूल्हा-दुल्हन भी शायद अपने घर पर रहें और बाकी मेहमान भी. बस सब वर्चुअल तरीके से अपनी-अपनी इमेज के जरिए इकट्ठा हो जाएं और आपस में 3डी इमेज के जरिए बात करें और अन्य रस्म रिवाज करें.
हॉलीवुड में कुछ साल पहले एक फिल्म बनी थी अवतार. दुनियाभर में उस फिल्म को बहुत पसंद किया गया था. बता दें कि अवतार फिल्म में जो दुनिया दिखाई गई थी, वह मेटावर्स की दुनिया ही है, जिसमें इंसान अपने घर पर ही रहेगा लेकिन उसका वर्चुअल अवतार दुनिया में कहीं भी हो सकता है.
बता दें कि मेटावर्स की दुनिया बननी शुरू भी हो गई है. इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि गेमिंग कंपनी एपिक गेम्स ने बीते दिनों म्यूजिक कंसर्ट आयोजित किया था, जो कि वर्चुअल था और उसमें लोगों ने वर्चुअली ही भाग लिया था. मतलब लोग अपने घरों में बैठे हुए पॉप स्टार के साथ कंसर्ट में नाच रहे थे. इसी तरह भविष्य में ऑफिस मीटिंग्स और क्लासेज भी आयोजित की जा सकेंगी.
मेटावर्स से लाइफ में क्या बदलाव आएंगे (Changes in Life)
मेटावर्स (Metaverse) के आ जाने से लोगों को जीवन में रियल और वर्चुअल के भेद का बदलाव महसूस होगा। इसके आने से लोग जिस भी चीज की कल्पना करेंगे वह वैसा ही महसूस करने के लिए मेटावर्स (Metaverse) का इस्तेमाल कर सकेंगे। फिर चाहे वह शॉपिंग करना हो, गेट टुगेदर हो या किसी दोस्त से मिलना हो। यह किसी अन्य नॉर्मल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या लाइव वीडियो की तरह नहीं होगा अपितु इसका उपचार बहुत से डिजिटल उपकरणों के माध्यम से अलग तरीके से किया जाएगा। मानो आप उसी दुनिया में फिलहाल मौजूद हों।
मेटावर्स नुकसान (Metaverse Side Effects)
मेटावर्स (Metaverse) भले ही लोगों को एक ऐसी दुनिया का अनुभव कर आएगा जो असली दुनिया के जैसी ही दिखेगी। मगर लोग अपने दिन का ज्यादा से ज्यादा समय इस पर लगा सकते हैं जिससे स्क्रीन टाइम भी बढ़ सकती है और निजी जिंदगी में भी इसके कई परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
ऑनलाइन गेम्स में पहले से ही वर्चुअल वर्ल्ड का कॉन्सेप्ट हकीकत बन चुका है. भविष्य में हकीकत की दुनिया भी वैसी ही हो जाएगी, जैसी आज गेमिंग की दुनिया है. अभी ये बातें बहुत ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई लग रही हैं लेकिन तकनीक के विकास के साथ ही धीरे-धीरे ये हमारे लिए आम बात हो जाएगी.क्युकी क्रिप्टो करेंसी का भी पहले एक नोवेल में ही जिक्र किया गया था. आज तकनीक के तेजी से विकास से क्रिप्टो करेंसी एक हकीकत बन चुकी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में मेटावर्स भी एक हकीकत होगा.
Metaverse FAQ :
Ans : नहीं, अब तक इसका नाम नहीं बदला गया है। इसके लिए कुछ साल लग सकते हैं।
Ans : हां।
Ans : हां।
Ans : हां।
Ans : मेटावर्स में हम खुद का एक अवतार बना सकते हैं जिससे हम दूसरों के अवतार से कनेक्ट कर पाएंगे।